श्री गणेश जी की आरती
In Sanatan Hindu religion, Lord Shri Ganesha has been considered as the first worshipable deity. At the same time, he is also considered a major deity among the Adi Panch Devas. Like Hanuman ji, Shri Ganesha is also considered to be the main deity of Kalyug, in such a way everyone wants to please Shri Ganesh ji and ask for the desired boon from him.
Aarti Shri Ganesh Ji
वक्रतुंड महाकाय, सूर्यकोटी समप्रभा:।
विर्वध्नं कुरु में देव, सर्वकार्येरुषु सवर्दा ।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवामाता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ।।
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी ।
माथे पर तिलक सोहे, मुसे की सवारी ।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवामाता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ।।
पान चढ़े फुल चढ़े और चढ़े मेवा ।
लडडुवन का भोग लगे, संत करे सेवा ।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवामाता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ।।
अंधन को आंख देत, कोढ़ियन को काया ।
बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया ।।
सुर श्याम शरण आये सफल किजे सेवा ।। जय गणेश देवा
जय गणेश जय गणोश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ।।